संयुक्त राष्ट्र में दलित छात्रा ने बढ़ाया 'भारत का मान'
रोहिणी घावरी नाम की दलित स्टूडेंट-ऐक्टिविस्ट ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया.
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के एक सफाई कर्मचारी की बेटी हैं रोहिणी घावरी
रोहिणी को नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप मिली है.
रोहिणी घावरी ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के मंच से भारत की ओर से पाकिस्तान को लताड़ा.
स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रही रोहिणी बोलीं- पिछले 2 वर्षों से मैं जिनेवा में पीएचडी कर रही हूं
रोहिणी ने UN में पाकिस्तान से कहा, उसे अब देखना चाहिए कि भारत में बड़ा बदलाव हो रहा है.
उनका कहना है कि वह कि भारत में दलित समुदाय की स्थिति के बारे में मैं जागरूकता फैलाना चाहती हैं.
पाकिस्तान को लताड़ बोलीं रोहिणी- हमारे पास दलितों के लिए आरक्षण नीति है.
रोहिणी की मां नूतन घावरी कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल में सफाईकर्मी है. उनके पिता भी सफाईकर्मी थे.
सफ़ाई कर्मचारियों का दर्द मुझसे बेहतर कौन समझेगा- रोहिणी घावरी