अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का मानना है कि दलित इंजीनियर ने दूसरे लोगों को उत्पीड़न के खिलाफ बोलने का नया रास्ता दिखाया है.
नई दिल्ली. अमेरिका में भी जाति के आधर पर भेदभाव का मामला सामने आया है. अमेरिका स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (एआइसी) ने कैलिफोर्निया की सुप्रीम कोर्ट में एमिकस क्यूरी के तौर एक मामले को सामने आया है. एआइसी द्वारा कहा गया है कि ये मामले ऑफिस में जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव का है. इस मामले में 9 मार्च को सुनवाई होगी.
कैलिफोर्निया की नियामक संस्था ने सिस्को सिस्टम पर एक भारतीय इंजीनियर के साथ भेदभाव का है. दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के अनुसार, भारतीय इंजीनियर एक दलित वर्ग से आता है. संस्था द्वारा दर्ज कराए गए केस के बाद इसे अमेरिका में जातिगत आधार पर हो रहे भेदभाव के खिलाफ एक आंदोलन के तौर पर देखा जा रहा है.
दूसरे लोगों को दिखाया उत्पीड़न के खिलाफ बोलने का रास्ता
अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का मानना है कि दलित इंजीनियर ने दूसरे लोगों को उत्पीड़न के खिलाफ बोलने का नया रास्ता दिखाया है और हक की लड़ाई लड़ने का भी रास्ता दिखाया है.
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एआइसी ने अदालत में एमिकस दाखिल करते हुए विशेषज्ञ और जाति के आधार पर भेदभाव की सभी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
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