बिहार: दलितों को सामने बैठे देखा तो मार दी गोली, कईयों को पीटकर किया अधमरा

Bihar Dalit Murder

बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में दलितों (Dalit) के विरुद्ध अत्‍याचार का गंभीर मामला सामने आया है, जोकि समाज में आज भी जातपात-भेदभाव के दंश को उजागर करता है. इस मामले में दबंगों ने दलितों को सिर्फ इसलिए बुरी तरह पीटा, क्‍योंकि वे उनके सामने बैठे हुए थे.

सिर्फ इतने से ही उनका मन नहीं भरा. दंबगों ने एक युवक के सिर में गोली तक मार दी. साथ ही धमकी भी दी कि थाने में शिकायत दी तो अंजाम और भी बुरा होगा.

पढ़ें- दलित आवाज़ की खबर का असर, रायबरेली दलित युवक की मौत का मामला राष्‍ट्रपति तक पहुंचा

हिंदुस्‍तान की रिपोर्ट के अनुसार, पटना के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के लखनपुरा महादलित टोले (Mahadalit Tola) में गांव के कुछ दलित परिवार अपने घर के सामने बने सरकारी नाले पर बैठे हुए थे. इसी दौरान तेजबीघा गांव का इंदल यादव एवं दो अन्य उधर से गुजर रहे थे. उन्‍होंने अपने सामने बैठे दलितों को देख उन सभी को पहले गालियां दीं. दलितों ने इसका जवाब दे दिया.

पढ़ें- रायबरेली: दलित की गाय चरने खेत में घुसी, दंबगों ने दलित को इतना पीटा की हुई मौत, पुलिस की लापरवाही

बस दलितों का जवाब देना उन्‍हें इतना नागवारां गुजरात कि बौखलाए इंदल ने अपने साथियों के साथ नाले पर बैठे दलित लोगों की पिटाई करनी शुरू कर दी.

 

पढ़ें- हरियाणा: वाल्मिकी मंदिर बनाने को लेकर विवाद, घरों में घुसकर लोगों पर किया हमला, FIR भी दर्ज नहीं

दलितों ने जब इस मारपीट का विरोध किया तो इंदल यादव ने कमर से पिस्टल निकालकर गोलियां चलानी शुरू कर दी. इसमें से एक गोली रमेश दास के सिर में जा लगी.

वहीं मारपीट में एक युवक रणजीत दास के सिर में गंभीर चोट आई हैं. मारपीट की घटना के बाद सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को PMCH रेफर कर दिया गया.

पढ़ें- बिहार: लॉकडाउन में JCB से तोड़े गए महादलितों के घर, बचा-खुचा चावल-गेंहू भी हुआ खराब

रिपोर्ट के अनुसार थानाध्यक्ष कमलेश प्रसाद शर्मा ने कहा कि जरूरी पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. पीड़ित पक्ष द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर दोषियों के विरुद्ध केस दर्ज किया जाएगा. स्थानीय पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है.

(Dalit Awaaz.com के फेसबुक पेज को Like करें और Twitter पर फॉलो जरूर करें…)

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…