BREAKING: दिल्‍ली कैंट और त्रिलोकपुरी में दलित बच्चियों से रेप मामलों पर गृह मंत्रालय ने उठाया ‘बड़ा कदम’

Delhi Nangal Dalit rape Murder Case Trilokpuri Dalit Rape case will be heard in fast track courts

नई दिल्‍ली : केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के पुरानी नांगल गांव (Old Nangal Village) में दलित बच्ची (Dalit Girl) के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले तथा मयूर विहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत त्रिलोकपुरी में एक और दलित बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म (Trilokpuri Dalit Girl Rape) मामले की गुरुवार को दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) के पास समीक्षा की. इसमें दोनों मामलों की Fast Track Court में सुनवाई करवाने का फैसला लिया गया है.

इस समीक्षा के बाद तय किया गया है कि दोनों मामलों में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) केस दर्ज होने के 30 दिनों के अंदर अदालत में आरोप पत्र दाख़िल करेगी, ताकि इन मामलों की जल्द से जल्द सुनवाई शुरू हो सके. साथ ही दोनों ही मामलों की दिल्ली की फ़ास्ट ट्रैक विशेष अदालतों (Fast Track Court) में सुनवाई होगी.

उल्‍लेखनीय है कि दिल्‍ली कैंट के पुरानी नांगल गांव में दलित वाल्‍मीकि बच्‍ची (Delhi Cantt Dalit Girl Rape & Murder) से कथित रेप, हत्‍या की घटना की आग अभी बुझी भी नहीं थी कि त्रिलोकपुरी (Trilokpuri) में ही एक और भयानक घटना में एक 6 वर्षीय दलित लड़की से रेप (Trilokpuri Dalit Girl Rape) का मामला सामने आया. बच्‍ची की हालत गंभीर है. उसका इलाज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में किया जा रहा है.

इस घटना के बाबत मयूर विहार पुलिस स्टेशन (Mayur Vihar Police Station) में भारतीय दंड संहिता की धारा 376AB, यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 6 और अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति अधिनियम (SC/ST Act) की धारा 3 (2) (v) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि घटना के सामने आने के एक दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

दरअसल, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को दोपहर 11:00 बजे एक कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि एक 6 साल की बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया है. जब बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट आई, जिसमें पता चला कि बच्‍ची के साथ रेप हुआ है.

एक रिपोर्ट के अनुसार, रेप के दौरान आरोपी ने उसके शरीर के अंदरूनी हिस्से को बुरी तरह से जख्मी कर दिया और उसकी पीट पीट कर हत्या करने की कोशिश की. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की बजाय उनसे ही थाने में बिठाकर पूछताछ की. घटना के विरोध में स्थानीय लोग भी थाने के बाहर जमा हो गए और जमकर प्रदर्शन किया.

वहीं, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि जिला अधिकारियों ने उस दलित लड़की (Dalit Girl) के माता-पिता और केस के गवाहों के लिए सुरक्षा मांगी है, जिसकी पिछले हफ्ते दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के ओल्ड नांगल (Old Nangal Village) इलाके में कथित रेप और हत्या कर दी गई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्‍ली पुलिस को लिखे एक पत्र में उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने दो अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए भी कहा, जिन्होंने अपराध के गवाह होने का दावा किया था.

हालांकि पुलिस का कहना है कि घटना को किसी ने नहीं देखा है यानि कोई गवाह नहीं है. अधिकारी ने कहा कि लड़की के माता-पिता और दोनों ‘गवाहों’ ने अपनी जान को खतरा होने का दावा किया और सुरक्षा की मांग की है.

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) इंगित प्रताप सिंह ने कहा, “हमें एसडीएम का पत्र मिला है, जिसमें पीड़ित परिवार और दो अन्य लोगों के लिए सुरक्षा की मांग की गई थी. हमने इस संबंध में स्‍पेशल सेल (Special Cell) को लिखा है, जो खतरे का आकलन करता है, जिसके बाद स्‍थानीय स्‍तर से सुरक्षा दी जाती है.

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उन्होंने कहा, “सभी बीट स्‍टाफ को पहले ही सूचित कर दिया गया है. उन्हें किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पीड़ित के घर के बाहर तैनात किया गया है. घटना के दिन से ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.”

Fast Track Court

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