कोरोना संकट के बीच घबराए नहीं, पढ़ें ये विचार जो आपको देंगे धैर्य और संयम रखने की प्रेरणा

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कारण देश में उत्पन्न (Corona Crisis) हुए हालातों से हर कोई परेशान है. समाचार पत्र हो या न्यूज चैनल चारों तरफ नेगेटिव खबरों का एक अंबार सा लगा हुआ है. इन स्थितियों में दिमाग में कई तरह के नकारात्मक विचार आते हैं. मनोवैज्ञानिको का मानना है कि जब दिमाग नेगेटिव होता है तो शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है.

ऐसे में हम आपके लिए आज कुछ खास टिप्स लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आपके दिमाग में धैर्य और संयम रखने की नई प्रेरणा आएगी.

– खुद से वादा करें कि आप ‘इस क्षण’ के लिए समर्पित रहेंगे. इसका मतलब यह है कि आज, अभी जो क्षण है, वही आपका है और आपको उसका पूरा उपभोग करना होगा.

– मैं खुद से वादा करता हूं कि खुद को सबसे सुंदर, सकारात्मक और खुशहाल व्यक्ति बनाऊंगा. परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों मैं हार नहीं मानूंगा.

– खुश रहें.. अपने को उस रूप में स्वीकार करें, जो आप इस क्षण हैं. अपने दिल, आत्मा, शरीर और दिमाग का अच्छी तरह से ख्याल रखें, ताकि पॉजिटिव एनर्जी आपके दिमाग में आए.

– अगर आपके आसपास बच्चे हैं तो उनसे प्ररेणा लीजिए. ऐसा इसलिए है क्योंकि बिना कारणों से हंसना, मुस्कुराना और दो पल में गमों को भुलाकर फिर से चेहरे पर मुस्कान लाने की कला सिर्फ बच्चों के पास ही है.

 

(दलित आवाज अपने सभी पाठकों से अनुरोध करता है कि वो इन परिस्थितियों में धैर्य और संयम न खोएं और सोच को सकारात्म बनाए रखें.)

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…