बिहार (Bihar) के भोजपुर में दलित (Dalit) छात्रा को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होना पड़ा है. गंभीर बात यह है कि मेडिकल जांच कराए जाने के बावजूद इस मामले में स्पीडी ट्रायल नहीं हो पा रहा है, इससे दलित लोग काफी नाराज हैं और भाकपा माले, इनोस व ऐपवा के कार्यकर्ताओं ने मैनाटांड़ के धोबनी गांव में धरना दिया.
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भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, इस धरने में वक्ताओं की ओर से कहा गया कि नीतीश कुमार की सरकार में गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं. एक दलित छात्रा के साथ रेप होता है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है. भोजपुर दलित छात्रा के दुष्कर्म के मामले में मेडिकल जांच करने के बाद स्पीडी ट्रायल अभी तक नहीं कराया गया है, जोकि काफी निंदनीय है.
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वक्ताओं ने कहा कि इससे साबित हो रहा है कि बिहार में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. भोजपुर की दलित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए माले जमीन से लेकर संसद तक आंदोलन करेगी.
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