UP Assembly Elections 2022: यूपी विधानसभा चुनावों की तैयारी में मायावती, बसपा में किया बड़ा फेरबदल

Uttar Pradesh, Mayawati, questions, Yogi government, law and order, उत्तर प्रदेश, मायावती, सवाल, योगी सरकार, कानून व्यवस्था

लखनऊ. 5 राज्यों के चुनाव संपन्न होने के बाद पूरे देश की निगाहें अब 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Elections 2022) पर टिकी हुईं हैं. अगले साल होने वाले चुनावों के लिए राजनीतिक पार्टियां अभी से सक्रिय हो गईं हैं. चुनावों की तैयारियों में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने बड़ा ऐलान किया है.

मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि गठबंधन करने पर दूसरी पार्टी को फायदा होता है हमें नहीं. चुनावों की तैयारी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ समेत 6 जिलों के जिलाध्यक्ष बदल दिए हैं. साथ ही लखनऊ मंडल की सेक्टर टीम में 6 नए लोगों को शामिल किया गया है, ताकि जनता के मन को भांपकर चुनावों की तैयारियां की जा सकें.

दलित वोट पर सभी दलों की नज़र
अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सभी दलों की नज़र दलित वोट बैंक पर है. इसका कारण मायावती का कम एक्टिव दिखना है. अखिलेश और प्रियंका गांधी पहले से ही इस वोट बैंक पर निगाहें टिकाये बैठे हैं तो ओवैसी और चंद्रशेखर आज़ाद भी इसके लिए प्रदेश में खूब जोर आज़माइश कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें : जबलपुर : दलित युवक को बुरी तरह मारा, सिर मुंडवाकर थूक चटवाया, गांव में घुमाया

हालांकि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने यूपी में अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उन्होंने ओम प्रकाश राजभर से हाल ही में दो बार मुलाकात जरूर की लेकिन उनके भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने का औपचारिक ऐलान नहीं किया है.

दलित आवाज़ के यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए क्लिक करें…

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…