पश्चिम बंगालः वोटिंग से पहले जानिए दूसरे चरण के जातिगत समीकरण, क्योंकि यहां शाख दांव पर है

West bengal Elections 2021

नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों (West Bengal Assembly Elections 2021) में आज दूसरे चरण की वोटिंग सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली है. इस चरण में 30 विधानसभा सीटों पर 171 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है. दूसरे चरण में खुद ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के सामने नंदीग्राम विधानसभा सीट (Nandigram Assembly Seat) पर जीत दर्ज करने की बड़ी चुनौती हैं.

दूसरे चरण में जातीय और धार्मिक समीकरण अहम मानें जा रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, इस चरण में हर चौथा वोटर अनुसूचित जाति का है. तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही अनुसूचित जाति के वोटर्स को लुभाने की पूरी कोशिश की है.

जानिए जातिगत समीकरण

–  दूसर चरण में सबसे ज्यादा मतदाता अनुसूचित जाति हैं. आंकड़ों के अनुसार इस चरण में 24 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं.

– दूसरे नंबर पर मुस्लिम हैं, इनकी संख्या लगभग 13 फीसदी है.

– तीसरे नंबर पर अनुसूचित जनजाति के 5 फीसदी मतदाता हैं.

– जंगल महल इलाके के बाउड़ी और बागदी में दलित वोटर काफी बड़ी संख्या में है. ऐसे ही 24 परगना इलाके में एससी समुदाय की तमाम उपजातियां शामिल हैं.

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कहां किसका पलड़ा भारी
अब तक सामने आए ओपिनियन पोल में यह स्पष्ट हुआ है कि दूसरे चरण के मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने ही भरपूर जतन किए हैं, लेकिन मुकाबला टक्कर का होने वाला है. ओपिनियन पोल में बांकुड़ा जिले में बीजेपी को बढ़त मिलने की संभावना है जबकि दक्षिण 24 परगना जिले में टीएमसी मजबूत स्थिति में नजर आ रही है.

 

 

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