Om Prakash Valmiki, Sadiyon ka sanptap : वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है... ओमप्रकाश…
रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ (Ramashankar Yadav Vidrohi) प्रगतिशील परंपरा के हिंदी के लोकप्रिय जनकवि रहे. उनका एकमात्र प्रकाशित संग्रह नई खेती…
ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों…
मैं जानता हूं मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा और तुम्हारा अपना दर्द पहाड़ जैसा -ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki)
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