Dalit Literature

Om Prakash Valmiki: वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है… ओमप्रकाश वाल्‍मीकि

Om Prakash Valmiki, Sadiyon ka sanptap : वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है... ओमप्रकाश…

3 years ago

Ramashankar Yadav Vidrohi : मैं किसान हूं, आसमान में धान बो रहा हूं…

रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ (Ramashankar Yadav Vidrohi) प्रगतिशील परंपरा के हिंदी के लोकप्रिय जनकवि रहे. उनका एकमात्र प्रकाशित संग्रह नई खेती…

4 years ago

अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!- ओमप्रकाश वाल्‍मीकि

ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्‍तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों…

4 years ago

मैं जानता हूं, मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा… ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki)

मैं जानता हूं मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा और तुम्हारा अपना दर्द पहाड़ जैसा -ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki) 

4 years ago

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