Om Prakash Valmiki: वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है… ओमप्रकाश वाल्मीकि Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य / By dalitawaaz Om Prakash Valmiki, Sadiyon ka sanptap : वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है… ओमप्रकाश वाल्मीकि
Ramashankar Yadav Vidrohi : मैं किसान हूं, आसमान में धान बो रहा हूं… Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य / By dalitawaaz रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ (Ramashankar Yadav Vidrohi) प्रगतिशील परंपरा के हिंदी के लोकप्रिय जनकवि रहे. उनका एकमात्र प्रकाशित संग्रह नई खेती है.
अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!- ओमप्रकाश वाल्मीकि Leave a Comment / दलित न्यूज़ / By dalitawaaz ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों का संताप सहना है!
मैं जानता हूं, मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा… ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki) Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य, लेटेस्ट न्यूज़ / By dalitawaaz मैं जानता हूं मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा और तुम्हारा अपना दर्द पहाड़ जैसा -ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki)