Dalit Literature

‘तुम साले पैदा होते ही हो जाते हो महाराज..’ पढ़ें दलित साहित्‍य के अहम कवि असंगघोष की तीखी रचना

असंगघोष (Asanghosh) हिन्‍दी दलित साहित्‍य (Hindi Dalit Sahitya) के महत्‍वपूर्ण कवि हैं. उनके अब तक नौ कविता संग्रह प्रकाशित हो…

4 years ago

दलित रचना: चक्की में पिसते अन्न की तरह नहीं, उगते अंकुर की तरह जियो

सुशीला टाकभौरे (Sushila Takbhaure) दलित साहित्य (Dalit Sahitya) की महत्वपूर्ण कवयित्री, लेखिका एवं विचारक हैं...

4 years ago

‘बेकद्र अछूत बहन’: जातिवादी सामाजिक व्‍यवस्‍था पर गहरी चोट करती सूरज कुमार बौद्ध की कविता

ASP प्रवक्‍ता Suraj Kumar Bauddh द्वारा लिखित इस कविता में जातिवादी सामाजिक व्‍यवस्‍था (Casteist Social System) पर गहरी चोट की…

4 years ago

दलित कोई जाति नहीं, बल्कि परिवर्तन और क्रांति का प्रतीक है….

ओमप्रकाश वाल्मीकि (Dalit litterateur Omprakash Valmiki) के शब्‍दों में दलित शब्‍द (Dalit) हमारे लिए बहुत ही प्रेरणादायक शब्‍द है.

4 years ago

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