Omprakash Valmiki

अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!- ओमप्रकाश वाल्‍मीकि

ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्‍तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों…

4 years ago

मैं जानता हूं, मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा… ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki)

मैं जानता हूं मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा और तुम्हारा अपना दर्द पहाड़ जैसा -ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki) 

4 years ago

दलित कोई जाति नहीं, बल्कि परिवर्तन और क्रांति का प्रतीक है….

ओमप्रकाश वाल्मीकि (Dalit litterateur Omprakash Valmiki) के शब्‍दों में दलित शब्‍द (Dalit) हमारे लिए बहुत ही प्रेरणादायक शब्‍द है.

4 years ago

मैं पूछता हूं, क्या उनकी जाति तुमसे ऊंची है? पढ़ें- ओमप्रकाश वाल्‍मीकि की कविताएं

लेखन में जातीय अपमान का वर्णन करने वाले ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Omprakash Valmiki) की हर रचना दलितों के साथ होने वाले…

4 years ago

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