तिलका मांझी का जन्म 11 फरवरी, 1750 को बिहार के सुल्तानगंज में ‘तिलकपुर’ नामक गांव में एक संथाल परिवार में हुआ था और इनका वास्तविक नाम ‘जबरा पहाड़िया’ हुआ करता था, लेकिन लोगों ने इनकी गुस्सैल प्रवृत्ति और कार्यों को देखते हुए इन्हें तिलका मांझी नाम दे दिया.
कहा जाता है कि किसी भेदी ने तिलका का पता अंग्रेज़ों को बता दिया. अंग्रेज़ों ने घोड़ों से बांधकर भागलपुर तक घसीटा. 13 जनवरी, 1785 को वीर को फांसी दे दी गई.