कांशीराम के अनमोल विचार…
शिक्षा महिलाओं के लिए भी उतनी ही जरूरी है, जितनी पुरुषों के लिए...
वोट हमारा- राज तुम्हारा.. नहीं चलेगा-नहीं चलेगा..
अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!
ओमप्रकाश वाल्मीकि
दलित साहित्यकार, रचनाकार