SC/ST ऐसे पाएं 1 करोड़ तक का लोन…

loan

नई दिल्ली. देशभर के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग आत्मनिर्भर बन सके इसके लिए केंद्र सकरार द्वारा स्टैंड-अप इंडिया (Stand-up India) योजना की शुरूआत 5 साल पहले की गई थी. इस योजना में देश के किसी भी कोने में रहने वाले एससी/एसटी समुदाय के लोग नया कारोबार शुरू करने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.

इस योजना में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक है वो आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के अंतर्गत व्यापार क्षेत्र (Trade Sector) में पहली बार उद्यम लगाने वालों को ही केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.

10 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का लोन

– केंद्र सरकार की इस योजना के तहत कम से कम 10 लाख रुपये और अधिकतम एक करोड़ रुपये लोन के तौर पर मिल सकता है.

– इसमें टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल भी शामिल है.

– इस योजना के अंतर्गत लोन लेने वालों से बैंक अपने बेस रेट (MCLR) से ज्यादा अधिकतम 3 % चार्ज ले सकते हैं.

– इस योजना के तहत एससी/एसटी जाति के लोगों को 7 साल के लिए लोन दिया जाता है.

 

ये भी पढ़ेंः- SC/ST और OBC छात्रों को स्कॉलरशिप दे रही है दिल्ली सरकार, ऐसे करें आवेदन

कौन से बैंकों में मिलेगा यह लोन?

– इस योजना को लॉन्च करते हुए केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया था कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में बने हुए शिड्यूल्ड कामर्शियल बैंक की शाखा पर यह लोन मिलेगा.

– बैंक की हर शाखा को कम से कम एक लोन तो इस योजना के तहत करना ही होगा.

– इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक व्यक्ति सीधे बैंक से, स्टैंड-अप इंडिया पोर्टल से या लीड जिला प्रबंधक के माध्यम से भी लोन ले सकते हैं.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…