बाबा साहब ने महसूस किया कि यह रणनीति विरोधी पार्टियों की बनाई है. उन्होंने जाति के कुछ नेताओं को बुलाकर उनसे वाल्मीकि समाज के मुद्दों पर चर्चा की.
Dr. BR Ambedkar
डॉ. आंबेडकर आंदोलनकारियों को सच्चाई दिखाना चाहते थे. उन्होंने नेताओं से कहा कि वे ट्रेन में उनके केबिन में जाएं. उनके साथ काम कर रहे कर्मचारियों के नाम, उनकी जाति लिखकर लाएं.