What should an ideal society be like.. Understand from perspective of Dr BR Ambedkar : एक आदर्श समाज गतिशील होना चाहिए, एक भाग में होने वाले परिवर्तन को दूसरे भाग तक पहुंचाने के लिए माध्यमों से परिपूर्ण होना चाहिए. एक आदर्श समाज (ideal society) में कई हितों को सचेत रूप से संप्रेषित और साझा किया जाना चाहिए. जुड़ाव के अन्य तरीकों के साथ संपर्क के विविध और मुक्त बिंदु होने चाहिए. दूसरे शब्दों में सामाजिक एंडोस्मोसिस होना चाहिए. ये है बंधुत्व, जो लोकतंत्र का ही दूसरा नाम है. लोकतंत्र केवल सरकार का एक रूप नहीं है. यह मुख्य रूप से संबद्ध जीवन, संयुक्त संप्रेषित अनुभव का एक तरीका है. यह अनिवार्य रूप से साथियों के प्रति सम्मान और श्रद्धा का दृष्टिकोण है.
– डॉ बी आर आंबेडकर
Annihilation of Caste (जाति प्रथा का विनाश)
Book by Bhimrao Ramji Ambedkar