दलित और ब्राह्मण मिलकर भाजपा को उखाड़ फेंके : बसपा महासचिव सतीश मिश्रा

Dalits and Brahmins together defeat BJP BSP GS Satish Mishra

कौशांबी : बहुजन समाज पार्टी (BSP) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) ने मंगलवार को कहा कि अब समय आ गया है जब प्रदेश के 13 प्रतिशत ब्राह्मण (Brahmin) और 23 प्रतिशत दलित समाज (Dalits) मिलकर प्रदेश में होने वाले आगामी उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में भाजपा (BJP) को उखाड़ फेंके.

उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा (BJP) सरकार के समय ब्राह्मण- दलित उत्पीड़न (Dalit Atrocities) किसी से छिपा नहीं है. पिछले वर्ष हाथरस में दलित बालिका के साथ बलात्कार के बाद उसे उसका शव परिजनों को न सौंप कर रात्रि में जला दिया गया. इस घटना से हम सबका सिर पूरे विश्व में शर्म से झुक गया. प्रदेश में ब्राह्मण एवं दलितों (Dalits) को भाजपा अब डराना धमकाना भूल जाए.

मंगलवार को यहां बसपा कार्यालय में आयोजित बैठक में राज्यसभा सांसद मिश्रा ने कहा कि बसपा (BSP) के शासनकाल में बतौर मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने भारी संख्या में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां ब्राह्मणों को देकर उनके सम्मान को बढ़ाया था. वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में 80 ब्राह्मणों को चुनाव मैदान में उतारा गया था, जिनमें से 45 ब्राह्मण चुनकर आए थे. कई ब्राह्मणों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. वर्तमान में भाजपा के शासनकाल में विधायक बेहद दुखी हैं, मंत्रियों तक की बात नहीं सुनी जा रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार महंगाई रोकने में विफल है, तेल घी सहित जरूरत के समान महंगे हो गए हैं. मिश्रा ने दावा किया कि भाजपा ने राम के साथ भी धोखा किया है, मंदिर के चंदे से भाजपा आगामी चुनाव की तैयारी कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मंदिर के चंदे से भाजपा ने 500 चुनावी रथ तैयार किए हैं. मंदिर की अभी नींव भी नहीं बनी है, मंदिर कब बनेगा भाजपा इस की तारीख भी नहीं बता पा रही है.’’

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