नई दिल्ली. उत्तर भारत में जब दलितों की राजनीति (Dalit Politics) और उनके बदले हुए परिदृश्य की बात आती है तो गिने-चुने लोगों का नाम ही आता है. दलित राजनीति के सक्रिय होने का श्रेय बिना किसी संदेह कांशीराम (Kanshi Ram) को जाता है.
राजनीति के अलावा कांशीराम (Kanshi Ram thoughts) ने अपने जीवन में कई ऐसी बातें कहीं है जो युवाओं को जाननी चाहिए. आइए जानते हैं…
कांशीराम के अनमोल विचार…
– ऊंची जातियां हमसे पूछती हैं कि हम उन्हें पार्टी में शामिल क्यों नहीं करते, लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि आप अन्य सभी दलों का नेतृत्व कर रहे हैं. यदि आप हमारी पार्टी में शामिल होंगे तो आप बदलाव को रोकेंगे. मुझे पार्टी में ऊंची जातियों को लेकर डर लगता है. वे यथास्थिति बनाए रखने की कोशिश करते हैं और हमेशा नेतृत्व संभालने की कोशिश करते हैं. यह सिस्टम को बदलने की प्रक्रिया को रोक देगा.
– जब तक, जाति है, मैं अपने समुदाय के लाभ के लिए इसका उपयोग करूंगा. यदि आपको कोई समस्या है, तो जाति व्यवस्था को समाप्त करें.
– जहां ब्राह्मणवाद एक सफलता है, कोई अन्य ’ वाद’ सफल नहीं हो सकता है, हमें मौलिक, संरचनात्मक, सामाजिक परिवर्तनों की आवश्यकता है.
– बहुत लंबे समय से हम सिस्टम के दरवाजे खटखटा रहे हैं, न्याय मांग रहे हैं और न्याय नहीं पा रहे हैं, इन हथकड़ियों को तोड़ने का समय आ गया है.
– हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम व्यवस्था के पीड़ितों को एकजुट नहीं करेंगे और हमारे देश में असमानता की भावना को खत्म नहीं करेंगे.
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