
लोग अपने मूल अधिकार पहचानेंगे और जानेंगे कि संविधान उनके लिए क्या मायने रखता है: डॉ. बीआर आंबेडकर
संवाददाताओं ने Dr. Ambedkar से भारतीय संविधान (Indian Constitution) , लोकतंत्र, अस्पृश्यता आदि के बारे में कुछ प्रश्न किए थे.
संवाददाताओं ने Dr. Ambedkar से भारतीय संविधान (Indian Constitution) , लोकतंत्र, अस्पृश्यता आदि के बारे में कुछ प्रश्न किए थे.
सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) प्रस्तावित संघ को स्वीकार करने के एकदम खिलाफ थे, और डॉ. आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) भी इसके विरोधी थे.
Dr. BR Ambedkar ने कहा “मेरा मानना है कि हम एक राष्ट्र नहीं हैं. परन्तु मुझे इस बात की पूरी आशा है कि हम एक राष्ट्र हो सकते हैं.
लाहौर के जातपात तोड़क मंडल 1936 (Jat-Pat Todak Mandal 1936) के वार्षिक सम्मेलन के लिए बाबा साहब डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) द्वारा तैयार भाषण में सामाजिक सुधारों पर गंभीर विचार व्यक्त किए गए थे.