
मैं अछूत हूं, छूत न मुझमें, फिर क्यों जग ठुकराता है? : स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’
स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’ (Swami Achyutanand Harihar) ने डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) के साथ मिलकर दलितों (Dalits) के लिए अलग प्रतिनिधित्व के लिए संघर्ष किया.
स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’ (Swami Achyutanand Harihar) ने डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) के साथ मिलकर दलितों (Dalits) के लिए अलग प्रतिनिधित्व के लिए संघर्ष किया.
पढ़ें, Suraj Kumar Bauddh द्वारा लिखित कविता झाड़ू जलाते हुए, कलम उठाते हुए, हम शासक बनने की ओर अग्रसित हैं. भीम मिशन पर सतत समर्पित हैं.
अदम गोंडवी (Adam Gondvi) की कविता सामाजिक टिप्पणी के लिए जानी जाती हैं, जो भ्रष्ट राजनेताओं और प्रकृति में क्रांतिकारी विचारों के प्रति घृणा करती थी. आइये पढ़ते हैं उनकी ऐसी ही एक मर्मस्पर्शी और प्रासंगिक कविता मैं चमारों की गली तक ले चलूंगा आपको…
असंगघोष (Asanghosh) हिन्दी दलित साहित्य (Hindi Dalit Sahitya) के महत्वपूर्ण कवि हैं. उनके अब तक नौ कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. पढ़ें उनकी तीखी रचना ‘मैं दूँगा माकूल जवाब’