अमेठी. केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के संसदीय क्षेत्र अमेठी में दलित छात्रों के साथ जातिगत भेदभाव (Caste Discrimination) का मामला सामने आया है. मामला अमेठी (Amethi) ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय वनपुरुवा का है, जहां तैनात प्रधानाध्यापिका पर आरोप है कि वह दलित छात्रों (Dalit Students) के साथ भेदभाव करती हैं.
संग्रामपुर थाने पहुंच एक दलित परिवार (Dalit Family) ने इसकी शिकायत की है. इस शिकायती पत्र में कहा गया है कि स्कूल में पढ़ने वाले दलित बच्चों को दोपहर में विद्यालय में दिए जाने वाले मिड डे मिल के समय अन्य बच्चों से अलग पंक्ति में बैठाया जाता है. केवल यही नहीं, भेदभाव की शिकायत करने पर प्रधानाध्यापिका दलित बच्चों (Dalit Students) की पिटाई भी करती हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, संग्रामपुर थाना क्षेत्र के गड़ेरी गांव से दो परिवार ग्राम प्रधान विनय जायसवाल के साथ मंगलवार को थाने पहुंचे. थाने पहुंचे दलित जगनारायण व सोनू का कहना था कि उनके बच्चों के अलावा गांव के कई अन्य दलित परिवारों के बच्चे बनपुरवा में संचालित परिषदीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ते हैं. उनका आरोप है कि प्रधानाध्यापक कुसुम सोनी दलित बच्चों के साथ भेदभाव करती हैं. दोपहर के भोजन के वक्त दलित बच्चों को सामाजिक व जातीय भेदभाव के तहत अलग पंक्ति में बैठाकर भोजन परोसा जाता है. बच्चों द्वारा इसका विरोध करने या कहीं शिकायत करने पर उनकी पिटाई भी की जाती है.
ग्राम प्रधान का कहना था कि शिकायत पर वो सोमवार को वो विद्यालय गए तो प्रधानाध्यापिका मौजूद नहीं थीं. विद्यालय बंद था और बच्चे घूम रहे थे.
इस बाबत अमेठी के बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक कहते हैं कि मामला संज्ञान में आने के बाद पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और बच्चों व उनके अभिभावकों के अलावा प्रधानाध्यापक का बयान लिया गया है. जल्द ही पूरे मामले में यथोचित कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, संग्रामपुर थाना प्रभारी अंगद सिंह ने बताया कि वे बाहर हैं. दलित परिवारों के थाने आने की सूचना उन्हें मिली थी. थाने पहुंचकर तहरीर में की गई शिकायत के आधार पर पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.