नई दिल्ली. भारत की दलित राजनीति में बाबा साहेब आंबेडकर (Bhim Rao Ambedkar) सबसे बड़ा नाम हैं. शायद इसलिए क्योंकि उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण किया. हालांकि एक दलित राजनेता ऐसे भी हुए हैं जो अंग्रेजों से भारत की आजादी के साथ नए रिकॉर्ड को स्थापित करने में कामयाब रहे. ये नाम है बाबू जगजीवन राम (Babu jagjiva Ram) का.
1908 में बिहार के भोजपुर में जन्मे बाबू जगजीवन राम के नाम एक या दो साल नहीं बल्कि 50 सालों तक लगातार देश की संसद में बैठने का रिकॉर्ड है. इस नेता के नाम सबसे ज़्यादा बरस तक कैबिनेट मंत्री बने रहने का भी रिकॉर्ड दर्ज है. जगजीवन राम के जीवन के कई किस्से बहुत मशहूर हैं. आइए जानते हैं उनके स्कूल का एक किस्सा, जिसके वहां के वातावरण पर प्रभाव डाला.
हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान किया बड़ा बदलाव
– ये उन दिनों की बात है जब जगजीवन राम बिहार के आरा जिले में हाईस्कूल की पढ़ाई कर रहे थे. एक दिन उन्होंने स्कूल के घड़े से पानी पी लिया.
– ये वो दिन थे, जब स्कूलों में पानी के लिए दो तरह के घड़े रखे जाते थे एक हिंदू और दूसरा मुस्लिम के लिए.
– जगजीवन के पानी पीने पर प्रिंसिपल के पास ये शिकायत पहुंची कि एक अछूत लड़के ने हिंदू घड़े से पानी पी लिया है.
– ऐसा करने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने तीसरा घड़ा वहां रखवा दिया, जो दलितों के लिए था.
– एक शिक्षा के स्थान पर ऐसा होता देखकर जगजीवन राम को गुस्सा आ गया और उन्होंने इसका विरोध करते हुए वो घड़ा तोड़ दिया.
– हालांकि प्रिंसिपल नहीं मानें और उन्होंने एक बार फिर नया घड़ा रखवाया तो जगजीवन ने उसे भी तोड़ दिया.
– इस प्रयास से प्रिसिंपल की सोच बदली और उन्होंने स्कूल में तीन तरह के घड़े रखवाने बंद कर दिए.