कांशीराम के अनमोल विचार…
Dalit Literature
जाति के आधार पर होगा मनरेगा मजदूरों का भुगतान? मंत्रालय का बयान तो यही कह रहा है
नई दिल्ली.सरकारी योजना का लाभ का बंटवारा तो जाति के आधार पर हो ही रहा था क्या अब मनरेगा मजदूरों का भुगतान भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सवर्णों को देखते हुए किया जाएगा? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया …
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कहानी पिछड़ी जाति के पुजारी की, जिसने पूजा करने के लिए लड़ी लड़ाई
यहां जमीन, आसमान की क्या बात कहूं मेरे देश में तो भगवान भी जाति के आधार पर बांट दिए गए हैं. ईश्वर एक है के पथ पर चलने वाले भारत में अक्सर जब मंदिर में पूजा करने के हक की बात आती है, तो एक विशेष वर्ग को ही स्थान दिया जाता है. हालांकि देश …
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दलित साहित्य (Dalit literature) की 5 आत्मकथाएं, जो हर किसी को पढ़नी चाहिए
आधुनिक दलित साहित्य (Dalit Sahitya) का आगाज महाराष्ट्र (Maharashtra) में 60 के दशक में ‘दलित पैंथर आंदोलन’ (Dalit Panther Movement) के बाद हुआ. इस आंदोलन के चलते ज.वि.पवार, राजा ढाले, नामदेव ढसाल, अरुण कांबले जैसे दलित एक्टिविस्ट (Dalit Activist) और रचनाकारों ने दलित साहित्य (c) लिखने वालों में नई जान फूंकी, क्योंकि इससे पहले दलित …
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