राकेश पासवान हत्‍याकांड: परिवार से मिले चंद्रशेखर आजाद, बिहार सरकार के सामने रखीं ये 7 मांगें…

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हाजीपुर : बिहार के वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र (Bihar, Vaishali district, Lalganj police station area) में भीम आर्मी के नेता राकेश पासवान (Bhim Army Leader Rakesh Paswan) की गोली मारकर की गई हत्‍या के बाद भीम आर्मी प्रमुख (Bhim Army Chief) और आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Aazad) ने बिहार पहुंचकर पासवान के परिवार से मुलाकात की और उन्‍हें हिम्‍मत दी. इस हत्‍याकांड से नाराज चंद्रशेखर आजाद ने बिहार सरकार (Bihar Government) के सामने 7 सूत्रीय मांगे रखीं. उन्‍होंने आला अफसरों से मिलकर दलित नेता राकेश पासवान की हत्या (Dalit leader Rakesh Paswan Murder) की CBI जांच, हत्याआरोपियों की गिरफ्तारी, परिवार को 25 लाख मुआवजा, उनके पुत्र को सरकारी नौकरी एवं परिवार की सुरक्षा की मांग रखी.

Bhim Army Leader Rakesh Paswan Murder Case

दरअसल, बीते 13 अप्रैल को भीम आर्मी के जिला संयोजक एवं दलित सेना के राष्‍ट्रीय सचिव राकेश पासवान की अज्ञात अपराधियों ने की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए. हत्यारों का अब तक पता नहीं चल सका है. हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. पुलिस के मुताबिक, पचदमिया गांव (Pachdamiya Village) निवासी राकेश पासवान गुरुवार को दोपहर के बाद अपने घर के पास खड़े थे कि बाइक पर सवार आए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. गोली लगाने से पासवान वहीं गिर गए और अपराधी भाग गए. गोली लगने के बाद खून से लथपथ हालत में समर्थक जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन देखते ही डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.

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इस हत्‍याकांड से दुखी एवं बेहद नाराज भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Bhim Army Chief Chandra Shekhar Aazad) शुक्रवार को बिहार में दिवंगत राकेश पासवान के परिजनों से जाकर मिले और उन्‍हें हौसला दिया. साथ ही उन्‍होंने प्रकरण को गहराई से जानने के बाद परिवार के साथ हर मुश्किल में खड़े रहने एवं पासवान के परिवार को हरसंभव न्‍याय दिलाने का वायदा भी किया. इस दौरान दलित समाज के हजारों लोगों का हुजुम वहां मौजूद था.

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चंद्रशेखर आजाद ने वैशाली जिला पदाधिकारियों के मुलाकात कर बिहार सरकार के समक्ष अपनी ये 7 मांगें पुरजोर तरीके से रखीं.

1. राकेश पासवान के बड़े बेटे को बिहार सरकार में नौकरी दी जाए.
2. राकेश पासवान की हत्‍या की जांच सीबीआई से कराई जाए.
3. उनके बच्‍चों को जीविकोपार्जन के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाए.
4. राकेश पासवान की विधवा पत्‍नी को जनवितरण प्रणाली की दुकान की व्‍यवस्‍था की जाए.
5. राकेश पासवान के भाई पूर्व जिला पार्षद मुकेश पासवान को आर्म्‍स लाइसेंस दिया जाए.
6. पासवान के घर पर पांच हाउस गार्ड, भाई मुकेश पासवान को दो बॉडीगार्ड दिए जाएं.
7. लिखित एफआईआर में चारों अभियुक्‍तों में से एक आदित्‍य ठाकुर एवं हत्‍या के साजिशकर्ता दिलीप ठाकुर एवं कंचन शाह एवं लालगंज थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार पांडेय, जो हत्‍या में शामिल हैं, उनका नाम एफआईआर में जोड़ा जाए.

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