Nemawar Murder Case: नेमावर नरसंहार में चंद्रशेखर आजाद का ऐलान- अब बड़ा आंदोलन होगा

Nemawar Murder Case Chandrashekhar Azad announced now will be big movement

नई दिल्‍ली/भोपाल : नेमावर नरसंहार (Nemawar Murder Case) में भीम आर्मी (Bhim Army) के मुखिया और आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने ऐलान किया है कि अब बड़ा आंदोलन होगा. उन्‍होंने शनिवार सुबह ट्वीट कर इसकी घोषणा की. दरअसल, चंद्रशेखर ने यह कदम नेमावर नरसंहार (Nemawar Murder Case) में पीड़ित परिवार के सदस्यों से बात करने के बाद उठाया. उनका कहना है कि लीपापोती कर मामले को दबाया जा रहा है.

चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने ट्वीट कर जानकारी दी, नेमावर नरसंहार में पीड़ित परिवार के सदस्यों से मेरी बात हुई. वे बहुत डरे हुए हैं. सरकार हमारे परिवार के बचे हुए सदस्यों को सुरक्षा भी नहीं दे रही है. लीपापोती करके मामले को दबाया जा रहा है. यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं. अब बड़ा आंदोलन होगा.

 

उन्‍होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के रुख़ से परेशान नेमावर की बहन और भाई अब वहाँ असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. जिन्होंने अपना लगभग पूरा परिवार खोया है, उनकी सुरक्षा तक पुलिस नहीं कर पा रही है. सरकार ने उन्हें न नौकरी दी है, न सरकारी मकान और ना ही इस नरसंहार में CBI जांच के आदेश दिए. यह शर्मनाक है.

 

भीम आर्मी चीफ ने आगे कहा कि आखिर मुख्यमंत्री अपराधियों को बचाना क्यों चाहते हैं? पीड़ित परिवार की मांगों को सुनिश्चित किया जाए. वर्ना हम जल्द ही दोबारा नेमावर कूच करेंगे और मुख्यमंत्री आवास एवं विधानसभा भवन का घेराव करेंगे.

सभी वर्ग शामिल होंगे और यह आंदोलन उग्र भी हो सकता है- कोमल अहिरवार
वहीं, आजाद समाज पार्टी के मध्‍य प्रदेश अध्‍यक्ष कोमल अहिरवार ने भी दलित आवाज़ से बातचीत में कहा कि हमने इस मामले में सीबीआई जांच और दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की है. अगर शिवराज मामा अपने भांजे-भजियों के लिए काम नहीं कर सकते तो वह कुर्सी खाली करें, नहीं तो हम खाली करवा लेंगे. हम उनके निवास का घेराव करेंगे. पीडि़त परिवार के लिए न्‍याय की मांग को लेकर पुरजोर आवाज उठाई जाएगी. उन्‍होंने यह भी बताया कि इस आंदोलन में न केवल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बल्कि ओबीसी वर्ग भी शामिल होगा और यह आंदोलन उग्र भी हो सकता है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…