बिहार के रजौन थाना के गांव में एक दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया है, रविवार को धर्मचक झिकटा नामक गांव में दलित समुदाय के लोगों के साथ जमकर मारपीट की और गोलाीबारी कर उनके घर को भी जला दिया इस घटना के बाद से ही गांव में दहशत का माहोल बन गया हैं।
आरोपी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए है, घटना के दुसरे दिन भी पुलिस आरोपीयों को पकड़ने में असमर्थ रही गिरफ्तारी के लिए रजौन पुलिस छापेमारी करती रही लेकिन कोई अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आया।
रजौन पुलिस ने सोमवार को आरोपियों के परिवार से संबधिंत दो महिलाओं को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है रजौन पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस कई क्षेत्रो में छापेमारी करती रही, लेकिन नामजद अभियुक्तों तक
पुलिस नहीं पहुंच सकी है।
गोरतलब है कि पुलिस ने आरोपियों पर दबाव बनाने के लिए उनके घर कि दो महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन खब़र के अनुसार आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद से ही फरार हो गए थे।
मामला कुछ इस तरह है कि स्वर्गीय गुड्डू पासवान ने गांव के ही झुकरी यादव से 80 हजार रुपया कर्ज लिया था, अपने जीवित काल में ही उसने 80 हजार रुपया के बदले ब्याज सहित एक लाख 10 हजार रुपया लौटा दिए थे, लकिन झुकरी
यादव अब परिवार को परेशान कर चक्रवृद्धि ब्याज के रूप में रुपया मांग रहा था।
इसी के चलते यादव समाज के दबंगो ने मिलकर दलित परिवार के साथ मारपीट कर उनके घर जला दिए और दहशत फैलाने के लिए 6 राउंड गोली भी फायर की जिसे गांव में दहशत फैल जाए। इसी गोलीबारी में 60 वर्षीय रामधारी पासवान जख्मी हो गए थे गोली उनके पैर पर लगी थी, दबंगो ने परिवार के एक सदस्या को बुरी तरह से घायल कर दिया था।
करीब 50 वर्षिय प्रकाश पासवान पर कुल्हाड़ी से प्रहार पर उन्हे जख्मी किया। इस घटना में दलित परिवार के करीब आधे दर्जन लोग जख्मी हुए थे। बताया जा रहा है कि दबंगों ने बाराहाट थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के कुछ बदमाशों को भी गांव बुलवा लिया और उनकी ताकत पर घटना को अंजाम दिया था।