उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रायबरेली (Raebareli) में दलितों (Dalit) की बदतर की स्थिति और जातिगत भेदभाव का गंभीर मामला सामने आया है, साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस की बड़ी लापरवाही भी. यहां एक ऊंची जाति के लोगों ने एक दलित युवक को इसलिए बेदर्दी से पीटा, क्योंकि उसकी गाय उनके खेतों में चरने आ गई. नाराज़ ऊंची जाति के लोगों ने दलित किशोर और उसके साथियों को भी बुरी तरह मारा.
पत्रिका के अनुसार, इसकी शिकायत थाने की गई तो दबंगों के रुतबे के कारण उनकी शिकायत भी दर्ज नहीं की गई. अब किशोर की मौत हो जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ा और थानेदार ने महज शिकायत दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर कार्यवाही करने की बात कही.
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रिपोर्ट के अनुसार, रायबरेली जिले के भदोखर थाना क्षेत्र के बेला खारा गांव के निवासी राम नरेश गौतम का पुत्र राम शंकर 27 अप्रैल को अपने जानवर चरा रहा था. इस दौरान चरते-चरते उसके जानवर गांव के दबंग प्रमोद बाजपेई के खेत मे चले गए.
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इस पर प्रमोद ने सिद्धार्थ बाजपेई के साथ मिलकर राम नरेश को बुरी तरह पीटा. इससे राम नरेश बुरी तरह चोटिल हो गया. राम नरेश के घरवालों ने इसकी शिकायत थाने में की, लेकिन दबंगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.
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खबर के अनुसार, इलाज के दौरान राम नरेश की कल अचानक तबियत बिगड़ गई. इसके बाद उसके परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे. यहां कुछ दलित नेताओं ने मामले की शिकायत एसपी से कर दी. इसके बाद एसपी के आदेश के पर थानेदार ने मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन आज सोमवार को राम नरेश की मौत हो गई.
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इससे मामले ने तूल पकड़ लिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है और दूसरे पक्ष से मिलीभगत होने की बात कही है.
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मैं रामाकांत पासवान ग्राम-मोहिउदीनपुर पोस्ट-बालूकाराम थाना वैशाली बिहार के निवासी हैं मुझे इस परिस्थिति को देखते हुए बहुत दुखी हूं लेकिन मेरे दलित समाज में जो नेता पैदा लिए है वह मेरी आवाज़ नहीं उठाते हैं यह बहुत गम्भीर समस्या है