बांदा : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जातिगत (Casteism) असमानता आज भी समाज पर किस कदर हावी है, इसका अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि एक दलित युवक (Dalit Youth) द्वारा छोटे बच्चे को खिलाने के लिए गोद में उठा लेने पर उस पर उच्च जाति वालों का कहर टूट पड़ा. उस युवक को घर से निकालकर बुरी तरह मारा पीटा गया. यहां तक की युवक की मां से भी अभद्रता की गई.
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना बीते शनिवार को बांदा (Banda) के अतर्रा में घटी. यहां अतर्रा के भागवतनगर में दलित बिरादरी (Dalit Community) से ताल्लुक रखने वाली मीरा देवी रहती हैं. मीरा का कहना है कि उनका बेटा विजय पड़ोस स्थित रामू गुप्ता के प्लॉट पर था. यहां रामू गुप्ता का साल का बेटा प्लॉट में खेल रहा था. विजय ने रामू के बच्चे को खिलाने के लिए गोद में उठा लिया तो ये बात रामू को बेहद नगवार गुजरी.
उसने विजय को जातिसूचत गालियां देते कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बच्चे को गोद में लेने की. इसके बाद विजय अपने घर चला आया.
मीरा देवी का कहना है कि कुछ देर बाद रामू अपने छोटे भाई श्यामू को लेकर उसके घर पहुंचा गया. उसने गालीगलौज करते हुए विजय को घर से बाहर खींच लिया. इसके बाद दोनों भाईयों ने उसकी खूब पिटाई की.
चीख पुकार सुनकर मीरा देवी अपने बेटे को बचाने जब वहां दौड़ीं तो दोनों सगे भाइयों ने उनके साथ भी अभद्रता की. उन्हें धक्का माकर गिरा दिया गया. चप्पलों से विजय को जमकर पीटा गया. यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई.
पीड़िता की तहरीर पर आरोपित भाइयों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट (SC/ST Act), घर में घुसकर मारपीट, गालौगलौज और धमकी की एफआईआर दर्ज की गई है.
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