उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के महराजगंज जिले (Maharajganj) में दलित उत्पीड़न (Dalit Atrocities) का मामला सामने आया है. मामला नौतनवा क्षेत्र के गजरही गांव का है.
यहां एक दलित ने यूपी पुलिस को दी तहरीर में गांव के प्रधान के बेटे पर पिटाई करने, कनपटी पर असलहा रखकर थूककर चटवाने का संगीन आरोप लगाया है.
पुलिस ने मामले में मारपीट, जान-माल की धमकी और एससी-एसटी एक्ट (SC/ST Act) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने आरोपी को धारा 151 में चालान किया और उसकी चार पहिया गाड़ी सीज कर दी. गुरुवार को आरोपी को जमानत मिल गई. मामले की जांच सीओ नौतनवा कर रहे हैं.
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रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित जितई ने तहरीर में लिखा है कि वह गांव के ही एक व्यक्ति का खेत अधिया पर लेकर बोता है. बीते 15 मई की बात है, जब प्रधान का बेटा जितेंद्र सिंह मनरेगा के तहत चकरोड पटवा रहा था. खेत की मेड़ काटने को लेकर उससे उसकी कुछ कहासुनी हो गई थी.
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इसके बाद बीते 18 मई की दोपहर जितेंद्र ने उसका पीछा किया. अपनी जान बचाने के लिए वह भागकर एक व्यक्ति के घर में छिप गया. तहरीर में आरोप लगाया गया है कि इसी बीच आरोपी अपनी स्कॉर्पियो से ढूंढते हुए उस मकान पर जा पहुंचा. उसने उससे माफी मांगने को कहा. उसने उनके पैरों में गिरकर माफी भी मांग ली, लेकिन इसके बाद भी आरोपी ने कनपटी पर रिवाल्वर सटाकर थूककर चटवाया. पीटा भी.
हिम्मत जुटाकर उसने बुधवार को पुलिस को तहरीर दी.
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वहीं, आरोपी जितेन्द्र सिंह का कहना है कि मनरेगा का काम कर रहीं महिलाओं से जितेंद्र उलझ गया था. उसी यह दिन मामला शांत हो गया था और उस पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं.
नौतनवा के सीओ राजू कुमार साव का इस मामले को लेकर कहना है कि आरोप गंभीर है. मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
— Rajneesh Gautam Advocate (@Ad_Rajneesh_19) May 22, 2020