घोड़ी पर बैठने के लिए दलित दूल्हे ने पुलिस से मांगी मदद, शादी समारोह में तनाव की आशंका

Rajasthan

जयपुर. आधुनिकता के इस दौर में भारत के कुछ हिस्सों से ऐसी कहानियां सामने आती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं. देश के कई हिस्सों में आज भी दलित, अनुसूचित जाति के लोगों को हीन भावना के साथ देखा जाता है.

ताजा मामला राजस्थान के जयपुर के जयसिंहपुरा में देखने को मिला है. यहां एक दलित युवक ने अपनी बारात निकालन (Dalit Groom) के लिए पुलिस सुरक्षा (Rajasthan Police) की मांग की है. दलित युवक का कहना है कि गांव के कुछ उच्च जाति के लोग बारात को रोकने और शादी समारोह में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

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30 अप्रैल को है युवक की शादी
दलित युवक का कहना है कि उसकी शादी 30 अप्रैल को है और इस दौरान उनके परिवार के लोगों और रिश्तेदारों को किसी तरह का नुकसान न हो इसके लिए वो पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती चाहते हैं. इसके साथ ही युवक ने भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए भी सुरक्षा की मांग की है.

दलित समाज के लोगों को नहीं है घोड़ी पर बारात निकालने की इजाजत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गांव में दलित समुदाय के लोगों को शादी के दौरान घोड़ी पर बारात निकालने की इजाजत नहीं है. जो दलित समुदाय के लोग घोड़ी पर बारात निकालते हैं उनके साथ गलत व्यवहार और उपद्रव होता है.

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