नई दिल्ली/लखनऊ : आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly elections 2022) में भीम आर्मी (Bhim Army) एवं आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के मुखिया चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) किसके साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं, इसको लेकर लगातार अटकलों का बाजार गर्म है.. हालांकि शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में इस बात के संकेत मिले कि इन चुनावों में चंद्रशेखर आजाद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ सकते हैं.
दलित आवाज़ डॉट कॉम को भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को लखनऊ (Lucknow) में एक न्यूज चैनल के कॉन्क्लेव में शिरकत करने आए भीम आर्मी चीफ एवं एवं आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद एवं AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अलग से एक महत्वपूर्ण बैठक की.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच इस बात को लेकर चर्चा हुई कि आगामी यूपी चुनाव 2022 (UP Assembly elections 2022) में दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ें. साथ ही चुनावों एवं भविष्य में राजनीतिक गठबंधन एवं सहयोग को लेकर भी दोनों नेताओं ने काफी लंबी एवं गहन चर्चा को अंजाम दिया. लखनऊ के ताज होटल में यह मुलाकात हुई. इस मीटिंग में उनके साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर (Om Prakash Rajbhar) भी मौजूद थे.
इस बैठक के कई राजनीतिक मायने हैं. अगर चंद्रशेखर आजाद एवं असदुद्दीन ओवैसी गठबंधन के तहत यह चुनाव लड़ते हैं, तो वह बड़ी तादाद में राज्य में दलित एवं मुस्लिम मतदाताओं (Dalit & Muslim Votes) को अपनी तरफ खींंच सकते हैं, जोकि उत्तर प्रदेश के चुनावों में सबसे निर्णायक हैं.
हालांकि यूपी चुनाव 2022 में गठबंधन के सवाल पर एबीपी न्यूज के मंच पर आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ये निर्णय पार्टी लेगी. उन्होंने कहा, ‘मैं इसपर कुछ नहीं कह सकता हूं. मैं तो पार्टी का कार्यकर्ता हूं. पार्टी जैसा कहती है मैं वैसा ही करता हूं.’
वहीं, एआईएमआईएम (AIMIM) के संयोजक असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कॉन्क्लेव में बात करते हुए इस बात का इशारा दिया कि उनकी पार्टी आगामी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) अकेले नहीं लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम अकेले नहीं हैं. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हमारी पार्टी यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
उन्होंने यह भी साफ कहा कि, ‘अखिलेश यादव पहले M-M (Muslims) की बात करते हैं, लेकिन जब वह मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो M-M को भूल जाते हैं फिर सिर्फ Y-Y (Yadav) की बात करते हैं.’ इस तरह उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी चुनाव में उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी से गठबंधन के मूड में नहीं हैं. आने वाले समय में ओवैसी की पार्टी चंद्रशेखर आजाद और ओम प्रकाश राजभर से गठबंधन कर सकती है.
वहीं, चैनल के कॉन्क्लेव में एक सवाल के जवाब में ओम प्रकाश राजभर ने भी दावा किया, “असदुद्दीन ओवैसी ने हमसे कहा है कि बीजेपी को छोड़कर आप किसी के साथ समझौता कर लो, हम आपके साथ हैं. ओवैसी एक उभरते हुए सितारे हैं. वह लीडर हैं नौकर नहीं.”
राजभर ने आगे कहा, “अगर यूपी में हमारी सरकार बनती है तो पांच साल में पांच मुख्यमंत्री बनेंगे और 20 उप मुख्यमंत्री होंगे.” हालांकि राजभर ने ये भी कहा है कि अगर यूपी में 2-5 सीटों से बीजेपी की सरकार बनने से रह जाती है तो उनकी पार्टी बीजेपी को समर्थन नहीं देगी.