लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद जिले (Firozabad) के सिरसागंज (Sirsaganj) इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक 18 वर्षीय दलित युवक (Dalit Youth Beaten) द्वारा गांव में “नशे में” उच्च जाति के व्यक्ति को लापरवाही से ट्रैक्टर चलाने से रोकने की कोशिश करने की सजा दी गई. घटना के अगले दिन उस शख्स के रिश्तेदारों ने दलित युवक को बेरहमी से पीटा.
इस घटना का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यूपी पुलिस (UP Police) ने दलित युवक (Dalit Youth Beaten) की मां की शिकायत के आधार पर उच्च जाति के चार लोगों वीरेंद्र, ओबे, शिवम और सत्यम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
युवक की मां ममता देवी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ‘मैं शुक्रवार को अपने बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हमारे घर के बाहर बैठी थी. शाम करीब 6 बजे स्थानीय निवासी हरनाम सिंह ट्रैक्टर तेज गति और लापरवाही से चला रहा था, जोकि सड़क से जा टकराया. हम बाल-बाल बच गए. मेरे बेटे अभय ने उसके तेज गति से ट्रैक्टर चलाने पर आपत्ति जताई. गुस्से में हरनाम ने हमें गाली दी. हमने उससे बहस नहीं की, क्योंकि वह नशे में था. वह मेरे बेटे को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर चला गया.”
ममता देवी ने शिकायत में बताया कि अगले दिन, जब अभय अपनी साइकिल पर स्थानीय बाजार की ओर जा रहा था, तो चार लोगों, हरनाम के बेटों और एक भतीजे ने उसे रोक लिया.
उन्होंने बताया कि “उन्होंने मेरे बेटे को बेरहमी से पीटा. ग्रामीणों ने मुझे सूचित किया और मैंने अपने बेटे को खेत में बेहोश पड़ा हुआ पाया. वे लोग मेरे बेटे को जान से मारने की धमकी देकर और मेरे परिवार को गांव से बाहर निकालने की धमकी देकर चले गए, क्योंकि हमने उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत की.”