नई दिल्ली. आधुनिक भारत में देश के विभिन्न हिस्सों में आज भी दलित वर्ग के लोगों पर अत्याचार (Dalit atrocities) हो रहा है. इन अत्याचारों पर रोक लगे इसकी आवाज भीम आर्मी एकता मिशन (Bhima Army Integration Mission) द्वारा लगातार उठाई जा रही है.
दलितों पर होने वाले अत्याचारों पर प्रशासन और सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाए इसके लिए भीम आर्मी एकता मिशन ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विस्तार किया है. शुक्रवार को किए गए इस विस्तार में अलग अलग राज्यों से लोगों को रोका गया है.
अलग-अलग राज्यों से जोड़े गए 11 लोग
आधिकारिक तौर पर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय कमेटी में 11 लोगों को जोड़ा गया है. खास बात ये है कि इन 11 लोगों को दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के नागरिकों को जगह दी गई है.
लगातार बढ़ रहे हैं दलित उत्पीड़न के मामले
दरअसल, इन दिनों निम्नलिखित राज्यों में दलितों के साथ उत्पीड़न के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले दिनों मध्यप्रदेश में एक दलित की शव यात्रा को स्वर्णों द्वारा रोक दिया गया था. 12 घंटे की मशक्कत के बाद दलित के शव को शमशान घाट पहुंचाया गया था. वहीं, महाराष्ट्र के एक गांव में दलित महिलाओं के रेप की घटनाओं में इजाफा हुआ है. इन मामलों में देखा गया है कि केस दर्ज होने में वक्त लगता है.
कमेटी से जागी नई उम्मीद
नई कमेटी में 11 लोगों के जुड़ने के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि दलितों के होने वाले उत्पीड़न की आवाज कम वक्त में सरकार तक पहुंचेगी और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकेगी.