झारखंड (Jharkhand) के हजारीबाग जिले के दारू प्रखंड में तेज बारिश से एक बुजुर्ग दलित (Dalit) का जर्जर मकान गिर गया. इस हादसे में दलित बुर्जुग की जान तो बच गई, लेकिन बेहद जर्जर हो चुके मकान के गिरने से भोला अब बेघर हो गए हैं.
यहां भी दलित बुजुर्ग को सरकारी उपेक्षा की वजह से इन हालातों का सामना करना पड़ा है, क्योंकि अपने जर्जर मकान को लेकर दलित ने कई बार जिला विकास अधिकारी यहां तक की मुखिया से भी दरख्वास्त की थी, लेकिन उसकी सुनी ही नहीं गई.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला दारू प्रखंड के दारू पंचायत के सुल्तानी रविदास टोला का है. रविवार को यहां जोरदार बारिश हुई. इस बारिश में दलित बुजुर्ग भोला राम का मिट्टी का जर्जर मकान गिर गया. जिस वक्त यह हादसा हुआ, घर के अंदर रखे उसके जानवर भी इसमें दब गए. हालांकि इन जानवरों को कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया गया.
इस बारे में बुजुर्ग भोला ने बताया कि उसका घर बहुत ही जर्जर था. उसके घर के लिए मुख्य विकास अधिकारी (बीडीओ), मुखिया सहित कई जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया पर उसे घर नहीं मिला.