नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में एक भीड़ द्वारा हमला किए गए मुस्लिम-दलित दंपत्ति (Muslim-Dalit couple) को दिल्ली होईकोर्ट (Delhi High Court) ने पुलिस सुरक्षा प्रदान (Police Protection) की है. दिल्ली हाईकोर्ट में दंपत्ति द्वारा दायर की गई याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम लड़की और हिंदू दलति लड़ने ने अपनी रजामंदी से शादी की थी.
वहीं, याचिकाकर्ता का कहा है कि सराय काले खां में हरिजन बस्ती में उनके घर में लड़के परिवार पर हमला किया जा रहा है. याचिका में कहा गया है कि 20 मार्च को हुई घटना के दृश्य सोशल मीडिया पर कई पत्रकारों द्वारा साझा किए गए थे और यहां तक कि स्थानीय क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज में भी शामिल थे.
आखिरकार क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सराय काले खां में एक दलित हिन्दू युवक ने एक मुस्लिम लड़की से शादी की, जिसके बाद दलित युवक सुमित के मुस्लिम समुदाय की लड़की से शादी करने से नाराज युवती के परिजनों और उनके साथियों ने मार्च 20 की रात सराय काले खां गांव की दलित बस्ती में बेखौफ जमकर उत्पात मचाया था.
50 से अधिक की संख्या में बस्ती में घुसी मुस्लिम भीड़ ने हिन्दुओं की कुल तीन गलियों को निशाना बनाया और तलवार लाठी डंडे और पत्थरों के साथ जमकर हमला कर दिया. 30 से ज्यादा गाड़ियों/ बाइक को भी तहस-नहस कर दिया.
होईकोर्ट ने दी पुलिस सुरक्षा
इस मामले की और हिंसक होने की आशंका है. सार्वजनिक शांति भंग हो सकती है, इसलिए और लड़के के परिवार के सदस्यों ने उचित निर्देशों के लिए हाईकोर्ट का रुख किया और पुलिस ने दंपत्ति को पुलिस सुरक्षा प्रदान की है.