Dalit Kavita

Dalit Kavita sadiyon ka santap Om prakash valmiki

अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!- ओमप्रकाश वाल्‍मीकि

ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्‍तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों का संताप सहना है!

Mai Janta hu mera dard tumhare liye chinti jaisa Om prakash Valmiki Dalit pain

मैं जानता हूं, मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा… ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki)

मैं जानता हूं मेरा दर्द तुम्हारे लिए चींटी जैसा और तुम्हारा अपना दर्द पहाड़ जैसा -ओमप्रकाश वाल्‍मीकि (Om Prakash Valmiki) 

Dalit Poetry Dekho Shor ho raha hai by Rohan Kajaniya Achuta

देखो शोर हो रहा, फिर कोई ‘अछूता’, कहीं मरा-कुचला, जरूर होगा!

Rohan Kajaniya Achuta : लेखक रोहन कजानिया ‘अछूता’ को साहित्य से विशेष रूप से हिंदी दलित साहित्य (Hindi Dalit Sahitya) से प्रेम है और अपनी पटकथाओं (फिल्मों/साहित्य) और कविताओं (हमारा समाज) पर काम कर रहे हैं.

Dalit Poetry Khari Khari Fatkar by Swami Achyutanand Harihar

मैं अछूत हूं, छूत न मुझमें, फिर क्यों जग ठुकराता है? : स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’

स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’ (Swami Achyutanand Harihar) ने डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) के साथ मिलकर दलितों (Dalits) के लिए अलग प्रतिनिधित्व के लिए संघर्ष किया.

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…