Om Prakash Valmiki: वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है… ओमप्रकाश वाल्मीकि Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य / By dalitawaaz Om Prakash Valmiki, Sadiyon ka sanptap : वे जानते हैं, यह एक जंग है, जहां उनकी हार तय है… ओमप्रकाश वाल्मीकि
उनसे कह दो कि डरे नहीं है हम… हां, हारे हैं जरूर मगर मरे नहीं हैं हम Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य / By dalitawaaz उनसे कह दो कि डरे नहीं है हम, हाँ, हारे हैं जरूर मगर मरे नहीं हैं हम। -सूरज कुमार बौद्ध (Suraj Kumar Bauddh)
Ramashankar Yadav Vidrohi : मैं किसान हूं, आसमान में धान बो रहा हूं… Leave a Comment / दलित न्यूज़, दलित साहित्य / By dalitawaaz रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ (Ramashankar Yadav Vidrohi) प्रगतिशील परंपरा के हिंदी के लोकप्रिय जनकवि रहे. उनका एकमात्र प्रकाशित संग्रह नई खेती है.
अभी और कितने दिन, इसी तरह गुमसुम रहकर, सदियों का संताप सहना है!- ओमप्रकाश वाल्मीकि Leave a Comment / दलित न्यूज़ / By dalitawaaz ओमप्रकाश वाल्मीकि (Om Prakash Valmiki): दोस्तों! इस चीख़ को जगाकर पूछो कि अभी और कितने दिनइसी तरह गुमसुम रहकर सदियों का संताप सहना है!