Search Results for: शाहू जी महाराज

chatrapati sahuji maharaj issued reservation gazette on 26 July 1902

हर पद पर ब्राह्मणों के कब्‍जे से नाराज थे शाहूजी महाराज, आज ही जारी किया था आरक्षण का गजट

दलितों को आरक्षण (Reservation) के जनक भी छत्रपति शाहूजी महाराज (Chhatrapati Sahuji Maharaj) ही हैं. 26 जुलाई 1902 को इसका गजट जारी किया गया.

Chhatrapati Shahuji Maharaj Dr. BR Ambedkar

शाहूजी महाराज: दलितों के मसीहा और महान समाज सुधारक, जिन्‍होंने 1902 में आरक्षण लागू किया

6 मई, यानि आज ही के दिन साल 1922 में में छत्रपति शाहू जी महाराज (Chhatrapati Shahuji Maharaj) का निधन हुआ. शाहू जी महाराज ऐसे शासक थे, जिन्‍होंने समाजिक बदलाव की दिशा में कई अहम प्रयोग किए और दलितों को उस वक्‍त उनका हक दिया, जब उनके प्रति भारत (India) का समाज कुप्रथाओं के गहरे …

शाहूजी महाराज: दलितों के मसीहा और महान समाज सुधारक, जिन्‍होंने 1902 में आरक्षण लागू किया Read More »

‘धनंजय कीर’ एक महान लेखक, जिन्होंने लिखी बाबा साहब की सबसे मशहूर जीवनी

बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर भारतीय इतिहास की धारा को मोड़कर रख देने वाले महानायक थे. ऐसे महापुरुष पर अनेकों किताबों का लिखा जाना स्वाभाविक है. बाबा साहब पर भी लिखी किताबों की कमी नहीं है. इन किताबों में एक पुस्तक ऐसी है जो अपने आप में ही इतिहास बन चुकी है. यह पुस्तक बाबा …

‘धनंजय कीर’ एक महान लेखक, जिन्होंने लिखी बाबा साहब की सबसे मशहूर जीवनी Read More »

Maharashtra 100 dalits left the village due to dalit atrocities in Amravati Chandur Railway Tehsil Danapur

दलितों का रास्‍ते से निकलना भी सवर्णों को नांगवारा, 100 दलित परिवारों ने गांव छोड़ा

महाराष्ट्र के अमरावती जिले के चांदूर रेलवे तहसील दानापुर इलाके में सवर्णों से परेशान 100 दलितों ने गांव को ही छोड़ दिया (100 Dalits left the Village) है.

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…