नई दिल्ली. भारत को वीरों और महात्माओं की जन्मभूमि कहा जाता है. यहां समय-समय पर अनेक समाज सुधारक, युग प्रवर्तक, धर्म प्रवर्तक जैसे महापुरुषों ने जन्म लिया है और अपने बताए गए सत्य और धर्म के रास्तों के जरिए विश्व को एक नई दिशा दी है. इन्हीं महापुरुषों में से एक हैं महात्मा बुद्ध.
आज पूरे देश में महात्मा बुद्ध की पूर्णिमा (Buddha Purnima 2021) मनाई जा रही है. इस खास मौके पर उनके द्वारा दिए गए संदेशों और विचारों को पढ़ना जरूरी है
महात्मा बुद्ध के विचार (Thoughts of Mahatma Buddha) न सिर्फ मन को शांति देते हैं, बल्कि जीवन को एक नई दिशा में ले जाते हैं. जहां मन में सिर्फ सकारात्मक सोच आती है और हमें नई राह पर ले जाती है.
– एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रोशन किए जा सकते हैं, फिर भी उस दीपक की रोशनी कम नहीं होती है. उसी तरह खुशियां भी बांटने से बढ़ती है, कम नहीं होती.
– क्रोधित रहना, जलते कोयले को किसी दूसरे पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है. यह सबसे पहले खुद को ही जलाता है.
– बुराई को बुराई से खत्म नहीं किया जा सकता, घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, यह एक अटूट सत्य है.
– सत्य के मार्ग पर चलते हुए मनुष्य केवल दो ही गलतियां कर सकता हैं -पहली या तो पूरा रास्ता न तय करना, दूसरी या फिर शुरुआत ही न करना.
– भविष्य के बारे में मत सोचो और अतीत में मत उलझो, सिर्फ वर्तमान पर ध्यान दो, जीवन में खुश रहने का यही एक सही मार्ग है.
– मंजिल तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण, मंजिल तक की यात्रा अच्छे से करना होता है.
– आप चाहें जितनी भी अच्छी किताबें पढ़ लें, कितने भी अच्छे शब्द सुन लें, मगर जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक उसका कोई लाभ नहीं.
– हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा होगा कि तुम स्वयं पर विजय हासिल कर लो. फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी. इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता, न देवता और न दानव.
– हम जैसा सोचते हैं, वैसा बन जाते हैं.
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