नई दिल्ली : भीम आर्मी (Bhim Army) के संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) को एक बार बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) से जुड़े कुछ कठिन सवालों का सामना करना पड़ा. बात 2019 की है, जब इंडिया टुडे के राहुल कंवल से इंटरव्यू में बातचीत के दौरान चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के गठन, देश में दलितों की स्थिति (Status of Dalits), मायावती की बसपा के साथ गठबंधन, 2019 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) और अन्य मुद्दों के बारे में बात कर रहे थे. इस दौरान राहुल कंवल से उनसे सवाल दाग दिया कि क्या वो मायावती से डरते हैं? जानिए इस पर चंद्रशेखर आजाद ने बेबाकी से क्या जवाब दिया था..
ऐसा प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं आप दलित युवाओं (Dalit Youths) को अपने आंदोलन से जोड़ना चाहते हैं? ये वेस्टर्न यूपी का आंदोलन है या उससे अधिक… इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि दलित (Dalit) पूरे देश में रहते हैं. दलितों के साथ समस्याएं हर जगह पर हैं. साहब कांशीराम (Kanshi Ram) और बाबा साहब डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) का प्रबुद्ध भारत का सपना कि बहुजन समाज (Bahujan Samaj) शासक बने उसके लिए हमने ये विचारधारा की लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम किया है.
आप बाबा साहब आंबेडकर की बात करते हो, उसके बाद आप कांशीराम जी (Kanshi Ram) की बात करते हो, तो पूर्ण विराम वहीं लग जाता है. आजकल तो मायावती दलितों की सबसे बड़ी नेता हैं… इस पर उन्होंने कहा था, वह नेता इसलिए हैं, क्योंकि साहब कांशीराम की मूवमेंट का चेहरा हैं. और नेता बदलते रहते हैं. आज वो हैं, कल कोई और होगा. इसी बीच राहुल कंवल सवाल कर देते हैं कि लगता हैं आप होंगे? इसके तुरंत बाद चंद्रशेखर आजाद कहते हैं, मैं होऊंगा या नहीं होऊंगा ये बड़ा सवाल नहीं है. सवाल ये है कि वो विचारधारा नहीं रूकनी चाहिए.
देखें वीडियो…
बड़ी अजीब बात है कि न आप उनके खिलाफ बोल पाते हैं, आप डरते हैं मायावती से? इस सवाल के जवाब में भीम आर्मी के मुखिया कहते हैं कि नहीं मैं सम्मान करता हूं, क्योंकि वो बहुजन मूवमेंट की बहुत लंबे समय तक नेतृत्व करने वाली आयरन लेडी हैं, इसलिए मैं उनका सम्मान करता हूं. डरता तो मैं किसी से नहीं हूं.