नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि जिला अधिकारियों ने उस दलित लड़की (Dalit Girl) के माता-पिता और केस के गवाहों के लिए सुरक्षा मांगी है, जिसकी पिछले हफ्ते दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के ओल्ड नांगल (Old Nangal Village) इलाके में कथित रेप और हत्या कर दी गई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस को लिखे एक पत्र में उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने दो अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए भी कहा, जिन्होंने अपराध के गवाह होने का दावा किया था.
हालांकि पुलिस का कहना है कि घटना को किसी ने नहीं देखा है यानि कोई गवाह नहीं है. अधिकारी ने कहा कि लड़की के माता-पिता और दोनों ‘गवाहों’ ने अपनी जान को खतरा होने का दावा किया और सुरक्षा की मांग की है.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) इंगित प्रताप सिंह ने कहा, “हमें एसडीएम का पत्र मिला है, जिसमें पीड़ित परिवार और दो अन्य लोगों के लिए सुरक्षा की मांग की गई थी. हमने इस संबंध में स्पेशल सेल (Special Cell) को लिखा है, जो खतरे का आकलन करता है, जिसके बाद स्थानीय स्तर से सुरक्षा दी जाती है.
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उन्होंने कहा, “सभी बीट स्टाफ को पहले ही सूचित कर दिया गया है. उन्हें किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पीड़ित के घर के बाहर तैनात किया गया है. घटना के दिन से ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.”
उल्लेखनीय है कि 9 साल की दलित वाल्मीकि लड़की (Dalit Girl) अपने माता-पिता के साथ श्मशान घाट के सामने किराए के मकान में रहती थी. एक अगस्त को वह श्मशान घाट के कूलर से पानी लेने गई थी. उस दिन शाम करीब छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और दो-तीन अन्य लोगों ने बच्ची की मां को मौके पर बुलाया. उन्होंने बच्ची का शव उसकी मां को दिखाते हुए दावा किया कि पानी लेने के दौरान उसे करंट लग गया. उसकी बायीं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले थे.
पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पीसीआर कॉल करने से मना कर दिया, यह कहते हुए कि पुलिस इसका मामला बनाएगी और पोस्टमार्टम परीक्षा के दौरान लड़की के अंगों को चुरा लेगी, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर होगा. लड़की का अंतिम संस्कार किया गया था, लेकिन बाद में उसके माता-पिता ने आरोप लगाया कि यह उनकी सहमति के बिना किया गया था. मामले में पुजारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाद में मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया.