दलित बस्‍ती को 2 महीने से नहीं मिल रहा पानी, सरपंच के पति ने कुएं से पानी भरने से भी मना किया

dalit water well Madhya Pradesh

मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा (Khandwa) जिले के छैगांवमाखन के एक गांव में आज भी दलित (Dalit) सार्वजनिक कुएं से पानी नहीं भर सकते, क्‍योंकि गांव की सरपंच के पति ने उन्‍हें ऐसा करने से मना कर द‍िया. इस गांव का नाम है कोंडावत. इस वजह से दलित बस्ती के लोग पानी के पानी के संकट से परेशान हैं.

परेशान लोगों ने बीते रविवार की शाम को गांव के एक कुएं से पानी भरने की बात कही थी, जिस पर सरपंच के पति ने मना कर दिया. इससे नाराज गांववालों ने थाने पहुंचकर सरपंच-सचिव की शिकायत की.

नईदुनिया के अनुसार, जनपद पंचायत छैगांवमाखन के अंतर्गत आने वाले कोंडावत गांव में नलजल योजना से लोगों को पानी मुहैया कराया जाता है. गांव की दलित बस्ती में पिछले करीब 2 महीने से पानी नहीं पहुंच रहा. वजह है ट्यूबवेल की मोटर का जला होना.

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इसकी शिकायत करने पर हर बार सरपंच सुंदरबाई का पति आशाराम पटेल और सचिव मनोहर खतवासे मोटर सुधरवाने या बदलने का आश्वासन दे देता है, लेकिन इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता. इससे दलित बस्‍ती के लोगों को पीने के पानी के लिए इधर धर भटकते रहना पड़ता है. सरपंच के पति की मनमानी से दलित परेशान हैं.

खास बात यह है कि गांव की सरपंच हैं सुंदरबाई, लेकिन सारे कामकाज देखते-संभालते हैं उनके पति अशाराम पटेल. यानि आज भी यहां ‘सरपंच पति’ जैसी प्रथा कायम है, जोकि पूरी तरह से अवैध है.

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खबर के अनुसार, गांव वालों का कहना है कि पीने के पानी की दिक्‍कत के चलते बीते रविवार की शाम को कुछ महिलाएं सरपंच सुंदरबाई पटेल के पास पहुंचीं और उनसे मोटर ठीक करवाने को कहा. इस पर उन्‍हें लॉकडाउन के बाद ही मोटर सुधरवा पाने की बात कही गई.

इस पर महिलाओं की तरफ से कहा गया कि तब तक हमें गांव के एक कुएं से ही पानी भरने दिया जाए. इस पर सरपंच के पति आशाराम ने महिलाओं को कुएं से पानी भरने से साफ मना कर दिया.

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इससे नाराज महिला-पुरुषों ने बड़ी संख्या में रात करीब आठ बजे छैगांवमाखन थाने का घेराव किया. साथ ही सरपंच-सचिव की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की.

वहीं, इस बारे में सरपंच के पति आशाराम पटेल ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने कुएं से पानी भरने से मना नहीं किया. उन पर लगाया गया आरोप गलत है.

उधर, ग्राम पंचायत सचिव मनोहर खतवासे का कहना है कि ट्यूबवेल की पुरानी मोटर जल चुकी है. इसी कारण दलित बस्ती में कुछ दिनों से पानी नहीं पहुंच पा रहा. नई मोटर लाकर उस वार्ड में पानी पहुंचाने की जल्द ही कोशिश की जाएगी.

थाना प्रभारी छैगांवमाखन एमपी ओझा ने कहा है कि कोंडावत के गांववाले पेयजल के संकट को लेकर सरपंच-सचिव की शिकायत लेकर आए थे. जनपद पंचायत सीईओ को सारे हालात के बारे में बता दिया गया है. सीईओ ने मामले की जांच करने के साथ ही शीघ्र ही पेयजल समस्या दूर करने की बात कही है.

 

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