नई दिल्ली : दिल्ली के नांगल गांव (Delhi Nangal Village) में 9 साल की दलित (Dalit) बच्ची के साथ हुए कथित रेप, संदिग्ध मौत एवं परिजनों की बिना सहमति लाश को जला दिए जाने के मामले को दिल्ली के सामाजिक कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने पीड़ित परिवार और उनके नातेदारों को पूर्ण आश्वासन दिया है कि दिल्ली सरकार (Delhi Govt) हर तरह से पीड़ित परिवार को मदद मुहैया कराएगी और अगर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ठीक ढंग से मामले की जांच नहीं करती तो दिल्ली सरकार केस की मजिस्ट्रेट जांच कराएगी.
दरअसल, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) सोमवार को नांगल गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्होंने परिवार को दिल्ली सरकार और व्यक्तिगत तौर पर हर तरह से मदद देने का आश्वासन भी दिया.
उन्होंने Dalitawaaz.com से कहा, ‘मेरी हमेशा कोशिश रही है कि मैं अपने लोगों के बीच जाऊं और सच की जानकारी लूं. मेरी ज्वॉइंट सीपी, डीसीपी और डीएम से बात हुई है. अगर जरूरत पड़ी तो हम इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराएंगे’.
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उन्होंने आगे कहा कि ‘पहले तो हम उम्मीद करते हैं कि दिल्ली पुलिस न्यायपूर्ण तरीके से जांच करे. इस मामले की जांच तेज और निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए. परिजनों के जल्द से जल्द Crpc 164 के बयान दर्ज कराए जाएं. वक्त आने पर हम सरकारी खर्चे पर पीडि़त परिवार को सरकारी वकील भी उपलब्ध कराएंगे’.
बताया जा रहा है कि श्मशान घाट के सामने किराए पर पुराना नांगल (Delhi Nangal Village) में वाल्मीकि समुदाय से ताल्लुक रखने वाली नौ साल की नाबालिग लड़की अपने माता-पिता के साथ रहती थी. वह रविवार शाम लगभग 5:30 बजे अपनी मां को बताकर श्मशान घाट के वाटर कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी. 6 बजे श्मशान घाट के पुजारी पंडित राधेश्याम और नाबालिग लड़की की मां को जानने वाले 2-3 अन्य लोगों ने उसे श्मशान में बुलाया और लड़की के शव को यह कहते हुए दिखाया कि वाटर कूलर से पानी पीने के दौरान उसे करंट लग गया था. लड़की की बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे. उसके होंठ भी नीले थे. यह मां ने देखा. पुजारी और 2-3 लोगों ने मां से कहा कि अगर आप पीसीआर कॉल करते हैं तो पुलिस इसका मामला बनाएगी और पोस्टमॉर्टम में डॉक्टर लड़की के सभी अंगों को चुरा लेंगे और इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसके बाद मृतक लड़की की मां ने पति के साथ शोर मचाया कि उनकी मर्जी के बिना उस लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस मामले में आईपीसी 304, 342, 201 और एससी/एसटी एक्ट के तहत सभी चार आरोपियों पुजारी राधेश्याम के अलावा सलीम, लक्ष्मीनारायण, कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है.