नई दिल्ली/बिजनौर : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर (Bijnor) में हुई एक घटना में आज भी राज्य में जातिवाद (Casteism) का गहरा सच दिखता है. यहां दो दलित महिलाओं (Dalit Women) के साथ हुई बदसलूकी की घटना 21वीं सदी में भी दलितों के साथ असमानता और हिंसा (Caste-based Violence) को सबके सामने लाती है. बीते रविवार को हुई इस घटना में महमूदपुर गांव में कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों के खेत में घुसने पर दो दलित महिलाओं (Dalit Women Assaulted) के साथ मारपीट की गई.
दलित महिलाओं के साथ मारपीट करने के मामले वाले एक आरोपी की पहचान धीरे सिंह के रूप में हुई है. घटना के दिन दो महिलाएं शीला देवी और उनकी बहू परवेश गांव में ही धीरे सिंह और उसके परिचितों के खेत से गुजर रही थीं.
आरोपियों ने पीड़ितों पर कुदाल से हमला किया…
दोनों महिलाओं को देखकर सिंह और उनके रिश्तेदार ने कथित तौर पर उन्हें जातिवादी गालियां (Casteist Slurs) दीं और उन पर कुदाल से हमला कर दिया. दोनों महिलाओं को सिर और गर्दन में गंभीर चोटें आईं और उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया. बाद में शीला को गंभीर हालत में मेरठ के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
आरोपी पर चिल्लाने पर महिलाओं पर हमला
पुलिस के अनुसार, सिंह ने अपने रास्ते में महिलाओं के प्रवेश करने पर आपत्ति जताई. द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, सिंह उन दोनों महिलाओं पर चिल्लाया तो महिलाओं ने भी उसे चिल्लाकर जवाब दिया. इसी बात से गुस्साए सिंह और उसके रिश्तेदारों ने दोनों महिलाओं के साथ मारपीट की.
एससी/एसटी एक्ट (SC/ST Act) के तहत मामला दर्ज
बिजनौर के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट (SC/ST Act) और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. पीडि़तों की शिकायत के बाद आरोपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है.