दलित युवक जूते पहन जलेबी खरीदने गया, नाराज़ दबंगों ने पूरे परिवार को बेरहमी से मारा

Madhya Pradesh Dalit Atrocities

आज़ादी के 70 बरस से ज्‍यादा बीतने के बावजूद देश में दलितों के विरुद्ध अत्‍याचार/हिंसा (Violence against Dalits) के मामले थमे नहीं हैं. मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रोजाना दलित उत्‍पीड़न (Dalit Atrocities) के मामले सामने आते हैं. ताज़ा मामला बेहद गंभीर है.

यहां महज एक दलित (Dalit) युवक को कुछ दबंगों ने एक दलित और उसके परिवार को इसलिए बुरी तरह बेदर्दी से मारा, क्‍योंकि वह जूत पहनकर मिठाई की दुकान पर मिठाई खरीदने चला गया.

लॉकडाउन में बढ़ीं जातिगत हिंसा, 30 बड़ी घटनाएं सामने आईं, प्रवासी मजदूरों पर भी हमले बढ़े- रिसर्च

दलित उत्‍पीड़न का यह मामला एमपी के बुंदेलखंड (Bundelkhand) क्षेत्र के छतरपुर जिले के बिजावर थाना क्षेत्र का है. यहां के गांव जहां के अंधियारी गांव में कुछ दबंगों ने केवल इसलिए दलितों की पिटाई कर दी, क्योंकि एक दलित युवक जूते पहन मिठाई की दुकान पर जलेबी लेने चला गया.

(Dalit Awaaz.com के फेसबुक पेज को Like करें और Twitter पर फॉलो जरूर करें…)

आपको बता दें कि बुंदेलखंड में छुआछूत आज भी एक बड़ी समस्या है.

‘थाने में पुलिसवालों ने मारा, प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाला, घंटों नंगा रखा’, दलित भाईयों की आपबीती

इस घटना में दलित युवक के साथ उसके पूरे परिवार की पिटाई कर दी गई. इसमें पूरा का पूरा परिवार बुरी तरह घायल हो गया. इसमें एक महिला भी शामिल है. युवक का हाथ तक तोड़ दिया गया है. पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट (SC/ST Act) के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

रिपोर्ट के अनुसार, जातिगत हिंसा (Caste Related violence) की इस घटना में घायल हुई महिला मीरा अहि‍रवार ने बताया कि उसका देवर धनुआ अहिरवार गांव की ही एक दुकान से जलेबी लेने के लिए गया था और उसने जूते पहने हुए थे. जैसे ही वह दुकान पहुंचा तो दुकान मालिक पुष्पेंद्र सिंह ने उसे जूते पहने हुए देखा तो वह बुरी आग-बबूला हो गया. पुष्पेंद्र सिंह एवं उसके दो साथियों ने यह कहते हुए युवक को बुरी तरह मारना पीटना शुरू कर दिया कि उसने जूते पहने हुए थे.

(Read- दलित आवाज़ की खबर का असर, रायबरेली दलित युवक की मौत का मामला राष्‍ट्रपति तक पहुंचा)

रिपोर्ट के अनुसार, उन्‍होंने दलित युवक से कहा कि जूते पहनकर दुकान में आने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई. साथ ही यह भी कहा कि तेरे जूते पहनकर आने से दुकान में रखी सारी जलेबी खराब हो गई.

इस मारपीट में धनुआ अहिरवार बुरी तरह घायल हो गया. जब परिवार के लोगों को युवक के बारे में पता चला और वे उसे बचाने गए तो आरोपियों ने उन्‍हें भी बुरी तरह मारा पीटा. इस घटना में धनुआ अहिरवार, उसकी भाभी मीरा अहिरवार एवं पांच अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

पढ़ें- हरियाणा: वाल्मिकी मंदिर बनाने को लेकर विवाद, घरों में घुसकर लोगों पर किया हमला, FIR भी दर्ज नहीं

वहीं, इस घटना में दलित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने एससी-एसटी एक्‍ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. फ‍िलहाल इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी अब गिरफ्तारी के डर से भागते फिर रहे हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.

पढ़ें- हरियाणा: लॉकडाउन में एक दलित मुस्लिम महिला का हिंदू रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्‍कार

छतरपुर के एसपी कुमार सौरव का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा.

ये खबरें भी पढ़ें…

राजस्‍थान के नागौर में दलित महिला से एक साल से हो रहा था गैंगरेप, क्‍योंकि…

सिद्धार्थनगर: प्रधान के बेटे-दबंगों ने दलित युवक को पीटा, सिर मुंडवाया, गांव में घुमाया, पुलिसवाले देखते रहे

दलित बस्‍ती को 2 महीने से नहीं मिल रहा पानी, सरपंच के पति ने कुएं से पानी भरने से भी मना किया

जानिए कौन सी बातें हैं, SC/ST Act के तहत अपराध…

 एससी/एसटी एक्ट की 20 जरूरी बातें, जो आपको पता होनी चाहिए

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कांशीराम के अनमोल विचार… संयुक्‍त राष्‍ट्र में ‘दलित छात्रा’ ने बढ़ाया ‘भारत का मान’ शूरवीर तिलका मांझी, जो ‘जबरा पहाड़िया’ पुकारे गए खुशखबरी: हर जिले में किसान जीत सकते हैं ट्रैक्‍टर जब कानपुर रेलवे स्‍टेशन पर वाल्‍मीकि नेताओं ने किया Dr. BR Ambedkar का विरोध सुभाष चंद्र बोस और डॉ. बीआर आंबेडकर की मुलाकात Dr. Ambedkar Degrees : डॉ. आंबेडकर के पास कौन-कौन सी डिग्रियां थीं ‘धनंजय कीर’, जिन्होंने लिखी Dr. BR Ambedkar की सबसे मशहूर जीवनी कांशीराम के अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए जब पहली बार कांशीराम ने संसद में प्रवेश किया, हर कोई सीट से खड़ा हो गया डॉ. आंबेडकर के पास थीं 35000 किताबें…