लखनऊ. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadavs) के गांव सैफई का प्रधान अब दलित होगा. दरअसल, उत्तर प्रदेश पंचायत चुनावों (UP panchayat election 2021) के आरक्षण की सूची जारी हो गई है. आरक्षण सूची जारी होने के बाद पूर्व मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की ग्राम पंचायत आरक्षण के दायरे में आ गई है. वैसे तो कई सीटों पर चुनावी समीकरणों में बदलाव हुआ है, लेकिन मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई की चर्चा राजनीतिक गलियारों में ज्यादा है. यहां पहली बार ब्लॉक प्रमुख और प्रधान दलित समुदाय से चुनकर आएगा.
आजतक पर प्रकाशित खबर के अनुसार, 1995 के बाद इटावा के ब्लॉक सैफई, ब्लॉक बढ़पुरा, ब्लॉक ताखा, ब्लॉक भर्थना, ब्लॉक बसरेहर, ब्लॉक जसवंतनगर और ब्लॉक महेवा की ग्राम पंचायतों में पहली बार अनुसूचित जाति के प्रधान चुने जाएंगे.
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ब्लॉक प्रमुख सीटों पर आरक्षण
प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख की 826 सीटों पर आरक्षण तय कर दिया गया है.
314 सीटें सामान्य होंगी,
113 सीटों पर महिला आरक्षण रहेगा,
223 सीटों पर अन्य पिछड़ा वर्ग,
171 सीटों पर अनुसूचित जनजाति
5 सीटों पर अनुसूचित जनजाति को आरक्षण दिया गया है.
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एसटी समुदाय के लिए 330 सीटें
प्रदेश की 58 हजार 194 सीटों में से 9 हजार 793 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं.
- ओबीसी वर्ग के लिए 15 हजार 712 सीटों को आरक्षित किया गया है.
- 12 हजार 45 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.
- एसटी समुदाय के लिए 330 सीटों पर आरक्षण दिया गया है.
- वहीं, 20 हजार 368 पर अनारक्षित रहेंगे.