निषाद और सूड़ी को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग हुई तेज

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नई दिल्ली. बिहार में निषाद (Nishad) और झारखंड में सूड़ी जाति के लोगों को अनुसूचित जाति (Scheduled Caste ) की लिस्ट में शामिल करने की मांग तेज हो गई है. गुरुवार को बिहार के सहरसा जिले में निषाद विकास संघ के लोगों को जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की है.

इसके साथ ही झारखंड में सूड़ी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की गई. गुरुवार को धनबाद में एक कार्यक्रम करते हुए सूड़ी जाति के लोगों ने कहा कि खुद को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आरक्षण की मांग करते हैं. आरक्षण के तहत वो चाहते हैं कि अनुसूचित जाति में उन्हें शामिल किया जाए.

जानिए निषाद जाति के बारे में…
जानकारी के लिए बता दें कि निषाद प्राचीन अनार्य वंश है. निषाद शब्द का अर्थ है, नि: यानी जल और षाद का अर्थ शासन. सरल शब्दों में कहा जाए कि निषाद का अर्थ है जल पर शासन करने वाला.

प्राचीन काल में जल, जंगल खनिज, के यही मालिक थे और जब भारत भूमि पर आर्यों ने आक्रमण किया , उसके पूर्व यहां इन्हीं का शासन था.

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