नई दिल्ली. भारतीय संविधान के रचयिता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Bhim rao Ambedkar) की यह दूरदर्शिता ही थी कि उन्होंने देश के लिए एक ऐसा संविधान तैयार किया जो देश में रहने वाले सभी जाति और धर्म के लोगों की रक्षा करे और उन्हें समानता का अधिकार मिल सके. यह उनकी दूरदर्शिता ही थी कि वो अपने द्वारा लिए गए फैसले और उससे होने वाले परिणामों के बारे में पहले से ही जानते थे.
बाबा साहेब आंबेडकर के विचार जितने महान थे, सोच उससे भी ज्यादा महान थी. उनके महान विचारों में जीवन जीने की कला छुपी हुई है, जिससे हम सभी प्रेरणा ले सकते हैं.
– शिक्षा जितनी पुरुषों के लिए आवश्यक है उतनी ही महिलाओं के लिए.
– मैं उसी धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाए.
– कौन सा समाज कितना तरक्की कर चुका है इसको जानने के लिए उस समाज के महिलाओ की डिग्री देख लेना.
– जो कौम अपना इतिहास नही जानती है, वे कौम कभी अपना इतिहास नही बना सकती है.
– भाग्य में विश्वास रखने के बजाय अपने शक्ति और कर्म में विश्वास रखना चाहिए.
एक नजर में….
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