नई दिल्ली/जयपुर. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण 2020 में दुनियाभर में कई लोग बेरोजगार हो गए. बेरोजगारी के कारण 2020-2021 में कई माता-पिता ने बच्चों की पढ़ाई रोक दी है. इस विपदा की स्थिति में देश की प्रख्यात विश्वविद्यालय ने इग्नू ने अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्रों को सुनहरा अवसर देने फैसला लिया है. इग्नू (IGNOU) ने बीए में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग (Scheduled Castes and Tribes) के विद्यार्थियों को इस सत्र में बीए पाठ्यक्रम में निशुल्क प्रवेश देने का फैसला लिया है.
हालांकि यह नियम सिर्फ राजस्थान में लागू होगा. इग्नू अध्ययन केंद्र अरावली महाविद्यालय बांसवाड़ा समन्वयक रजनी कोतवाल ने कहा कि इससे अनुसूचित जाति के छात्रों का हौसला बढ़ेगा और वो रूकी हुई पढ़ाई को दोबारा शुरू कर सकते हैं.
सिर्फ देना होगा परीक्षा आवेदन शुल्क
उन्होंने बताया कि यह अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के छात्रों का बीए प्रोग्राम में एडमिशन के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना है. हालांकि विश्वविद्यालय छात्र से केवल परीक्षा आवेदन शुल्क लेगा. उन्होंने बताया कि बीए में निशुल्क आवेदन की आखिरी तारीख 25 मार्च है. अगर कोई छात्र 25 मार्च के बाद आवेदन करता है तो उसे पूरी फीस देनी होगी.
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इन दस्तावेजों को रखना होगा तैयार
जो छात्र बीए प्रोग्राम में निशुल्क दाखिल पाना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता है.
– 10वीं, 12वीं परीक्षाओं के रिजल्ट की कॉपी
– जाति प्रमाणपत्र
– मूलनिवास प्रमाण पत्र
– आधार कार्ड
– पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
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